Ullu kya khata hai: आज हम जिस पक्षी के बारे में जानने वाले है उसका नाम उल्लू (owl) है.
यदि आप जानना चाहते है की उल्लू क्या खाता है, ullu kya khata hai khane mein या उल्लू का खाना क्या है तो हमारे साथ बने रहें क्याेंकि इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है कि ullu pakshi kya khata hai…

उल्लू क्या खाता है – Ullu Kya Khata Hai
उल्लू एक शिकारी पक्षी है, जो अन्य जीवों का शिकार करके खाता है. उल्लू चूहे, छछूंदर, सांप और रात को उड़ने वाले कीट पतंगे खाता है।
उल्लू (Owl) के आहार में कीड़े, केंचुए, मकड़ी, घोंघे, खरगोश, गिलहरी, मछली, छिपकली, पक्षी और छोटे स्तनधारी शामिल है।
उल्लू का मुख्य भोजन काफी हद तक उनकी प्रजातियों पर निर्भर करता है. उदाहरण के लिए –
- स्कॉप्स और स्क्रीच उल्लू (Screech Owl) ज्यादातर कीड़ों को खाते है।
- बार्न उल्लू (Barn Owls) मुख्य रूप से चूहे, छछूंदर और वोल खाते है।
- ईगल उल्लू (Eagle Owl) जैसे बड़े उल्लू खरगोशों, युवा लोमड़ियों और पक्षियों और बत्तखों और गेमबर्ड के आकार तक का शिकार करके खाते है।
- आपको बता दें कि अधिकांश उल्लू (ullu) अवसरवादी होते है यानी कि उनके क्षेत्र में जो भी उपलब्ध होता है वो उसका शिकार करके खा लेते है।
उल्लू कहा रहता है – Ullu kahan rehta hai
उल्लू की विभिन्न प्रजातियाँ अलग-अलग आवासों में रहती है. उल्लू (ullu) की कुछ प्रजातियाँ जंगली क्षेत्रों, वर्षावनों, घास के मैदानों और रेगिस्तानों में रहती है।
उल्लू पेड़ों, खोखले हुए लॉग, कैक्ट्स के अंदर, जमीन के छेद, खलिहान या अन्य पक्षियों के छोड़े हुए घोंसलों में रहते है वे अपना घोंसला नहीं बनाते है।
उल्लू की तीन बुनियादी जरूरतें होती हैं: भोजन, रहने के लिए सुरक्षित जगह और घोंसले के लिए जगह.
उल्लू वही रहते है जहां उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी होती है।
उल्लू की उम्र कितनी होती है – Ullu ki umar kitni hoti hai
उल्लू की औसतन उम्र 30 वर्ष की होती है।
उल्लू का जीवनकाल या उम्र उनकी प्रजातियों के आधार पर बहुत भिन्न होता है. आमतौर पर, उल्लू की बड़ी प्रजाति छोटी प्रजातियों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहती है।
कैद में रहने वाले उल्लू और जंगली उल्लुओं के जीवनकाल में भी काफी अंतर होता है।
उल्लू की कीमत कितनी होती है – Ullu ki kimat kitni hai
उल्लू की कीमत 5 हजार से लेकर कुछ दुर्लभ नस्लों के कीमत 20 लाख रु तक भी होती है।
आपको बता दें कि उल्लू (ullu) के वजन, आकार, रंग और पंखों के फैलाव के आधार पर उसका दाम तय किया जाता है।
उल्लू की कीमत दीपावली के वक्त 20 गुना तक बढ़ जाती है।
उल्लू को मारने से क्या होता है – ullu ko marne se kya hota hai
उल्लू को भारत में देवी लक्ष्मी के वाहन रूप में जाना जाता है उल्लू को मारने से क्या होता है, उल्लू को मारना पाप माना जाता है.
हिन्दू संस्कृति में माना जाता है कि उल्लू समृद्धि और धन लाता है और माता लक्ष्मी की सवारी है. तो ऐसे में उल्लू को मारने से मां लक्ष्मी रूष्ट हो जाती है।
भारत में सभी उल्लू प्रजातियों को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित किया गया है, जिससे उल्लू का अवैध शिकार, व्यापार या किसी अन्य प्रकार का शोषण एक दंडनीय अपराध है।
भारत में वन्य जीव सरंक्षण के तहत उल्लू का शिकार करने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है।