Cpct ka full form in math in hindi

चलिये जानते हैं math में Cpct ka full form Kya hota हैं

Cpct ka full form in math in hindi “सर्वांगसम त्रिभुजों के संगत भाग” होता हैं Corresponding Parts of Congruent Triangle है।

CPCT theorem in hindi

CPCT का पूरा नाम “Corresponding parts of congruent triangles” होते है

CPCT theorem में कहा गया है कि यदि दो या दो से अधिक त्रिभुज एक दूसरे के congruent है, तो उनके सभी संगत कोण और भुजाएँ भी एक दूसरे के congruent होती है।

Example :-

अगर ABC और RST दो congruent त्रिभुज हैं तो CPCT के अनुसार,

AB=RS, BC=ST, AC=RT, <A=<R, <B=<S और <C=<T होगा।

Congruent triangle meaning in maths in hindi

दो triangle को congruent कहा जाता है, यदि दोनों त्रिभुज के तीन पक्ष और तीन कोण किसी भी अभिविन्यास में समान हैं।

त्रिभुजों की सर्वांगसमता के नियम (rules of congruent triangles in hindi)

CPCT का पूरा नाम “सर्वांगसम त्रिभुजों के संगत भाग” होते हैं। एक triangle की भुजाओं और कोणों को मापे बिना सर्वांगसमता (congurency) का पता लगाया जा सकता है।

सर्वांगसमता के नियम इस प्रकार हैं –

  • SSS  (Side-Side-Side)
  • SAS (Side-Angle-Side)
  • ASA (Angle-Side-Angle)
  • AAS (Angle-Angle-Side)
  • RHS (Right angle-Hypotenuse-Side)

भुजा-भुजा-भुजा (SSS) :

यदि एक त्रिभुज की तीनों भुजाएँ दूसरे त्रिभुज की तीनों संगत भुजाओं के बराबर हों तो दोनो त्रिभुज सर्वांगसम होंगे।

भुजा-कोण-भुजा (SAS) :

यदि दो त्रिभुजों की दो संगत भुजाएँ और उनके बीच के कोण समान हों तो वो दोनों त्रिभुज सर्वांगसम (congruent) होंगे।

कोण-भुजा-कोण (ASA) :

यदि दो त्रिभुजों के दो कोण और उनके अंतर्गत भुजा बराबर हो, तो दोनों त्रिभुज सर्वांगसम होंगे।

कोण-कोण-भुजा  (AAS) :

यदि दो त्रिभुजों के दो कोण और कोई एक संगत भुजा बराबर हो, तो दोनों त्रिभुज सर्वांगसम (congruent) होंगे।

समकोण-कर्ण-पक्ष (RHS) :

यदि दो समकोण त्रिभुजों के कर्ण की लंबाई और एक त्रिभुज की एक भुजा, कर्ण की लंबाई और दूसरे त्रिभुज की संगत भुजा के बराबर हो, तो दोनों त्रिभुज सर्वांगसम होते है।

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