Chana dal ke fayde | चने की दाल खाने के फायदे, लाभ, Chana Dal Benefits

चना दाल फायदे, लाभ, नुकसान, बनाने का तरीका, उपयोग, गुण [Chana Dal Benefits (Fayde) in Hindi] (Side Effects, Uses, Making Dishes, Gun)

दालें हमारे आहार (diet) का एक अहम हिस्सा है। पौषक तत्वों से भरपूर होने के कारण दालों को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।

हम अपने घरों में कई तरह की दालों का उपयोग करते है जैसे- मूंग, अरहर, उड़द, मसूर, चना आदि। इन सभी दालों में चने की दाल (chana dal) का स्वास्थ की दृष्टि से विशेष महत्व है।

दरसअल, चने की दाल चना का आधा हिस्सा होती है जिसे साफ करके पोलिश किया जाता है। चना दाल स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए फायदेमंद होती है. इसमें मौजूद पौषक तत्व हमारे शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते है।

Chana dal ke fayde

चना की दाल के फायदे । Chana dal ke fayde

Chana Dal Health Benefits: दालों को प्रोटीन का सबसे अच्छा शाकाहारी स्रोत माना जाता है। हैल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार अच्छी सेहत के लिए हर दिन एक कटोरी दाल खाने की सलाह दी जाती है।

चने में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होती है ये तो सब जानते है. परंतु क्या आप चने की दाल खाने के फायदे जानते है.

आपको बता दें, की चना दाल स्वस्थ्य के लिए बेहत फायदेमंद मानी जाती है। इससे न केवल शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है बल्कि कई तरह के रोगों से भी बचाव होता है।

आइए, इस आर्टिकल में जानें चना दाल के फायदे, लाभ, उपयोग एवं अन्य जानकारियां….

चने की दाल में मौजूद पोषक तत्व (Chana Dal Nutrition)

  • प्रोटीन
  • कैल्शियम
  • विटामिन
  • आयरन
  • फाइबर
  • कार्बोहाइड्रेट
  • जिंक

चना दाल में मौजूद पोषक तथ्य (100gm ) –

Serving size: 100g

Nutritional ValuesAmount
Calories252
Total Fat4.5g
Trans Fat0g
Polyunsaturated Fat1.8g
Monosaturated Fat0.9g
Cholesterol0mg
Sodium387mg
Potassium199mg
Total Carbohydrates42g
Dietary Fibre11g
Sugars7.3g
Protein13g
Iron9.9% of the recommended daily value
Calcium6% of the recommended daily value

 

चने की दाल के फायदे, लाभ (Chana Dal Benefits in Hindi)

आइए, जानें चना दाल के स्वास्थ्य लाभ…

हृदय को स्वस्थ रखती है –

एक समृद्ध एंटीऑक्सीडेंट होने के नाते, चना दाल रक्त वाहिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को कम करती है और सूजन को कम करती है।

फोलिक एसिड का बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण, चना दाल होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करती है और रक्त के थक्कों और धमनियों के सख्त होने के जोखिम को भी कम करती है।

चना दाल में मौजूद मैग्नीशियम आपकी रक्त वाहिकाओं को आराम देने में कारगर साबित होता है।

इस तरह चना दाल का सेवन दिल के स्वस्थ के लिए बेहद फायदेमंद है।

ब्लड प्रेशर कम करें –

चना दाल में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है और सोडियम की मात्रा कम होती है जो इसे आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी बनाती है।

यह आपके शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को भी बनाए रखता है, इस प्रकार रक्त वाहिकाओं को संकुचित होने से रोकता है। इस तरह से चने की दाल ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है।

वजन घटाने में मददगार –

चना दाल वसा और कोलेस्ट्रॉल मुक्त होती है यह वजन कम करने में फायदेमंद है। इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है।

चना दाल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जिस कारण लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपकी भूख भी नियंत्रित होती है।

इस तरह से चने की दाल को डाइट में शामिल करने से वजन घटाने में सहायता मिलती है।

इम्यूनिटी बढ़ाए –

चना दाल में उच्च प्रोटीन की उपस्थिति के कारण यह हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करती है. जिससे हमारा शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने में सक्षम बनता है।

जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) कमजोर है उन्हें चने की दाल का अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

डायबिटीज को कंट्रोल करें-

चना दाल डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। इसमें फाइबर की मात्रा होती है जो रक्त में ग्लूकोज को रिलीज करने में मदद करती है और ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखती है।

चना दाल टाइप 2 मधुमेह रोगियों के लिए विशेष रूप से अच्छी है। इससे ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है।

मजबूत हड्डियां और दांत –

चना दाल खनिज फास्फोरस से भरपूर होती है जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाती है और हमारी हड्डियों को मजबूत करने के लिए कैल्शियम के साथ काम करती है।

साथ ही इसमें मौजूद मैग्नीशियम हड्डियों के निर्माण का काम करता है।

ऊर्जा प्रदान करती है

शरीर में एनर्जी को बनाएं रखने लिए चने की दाल का सेवन करना फायदेमंद है। चना दाल में जिंक, कैल्श‍ियम, प्रोटीन, फोलेट आदि पौषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है, जो हमारे शरीर को आवश्यक और जरूरी ऊर्जा प्रदान करते है।

चना दाल (30 ग्राम) की 1 सर्विंग लगभग 100 कैलोरी प्रदान करती है।

शरीर की कमजोरी को दूर करने और एनर्जी बनाएं रखने के लिए चने की दाल को अपनी  डाइट में जरूर शामिल करें।

मजबूत मांसपेशियां-

हमारी मांसपेशियों के लिए बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में प्रोटीन की अहम भूमिका है। अगर आप मजबूत मांसपेशियां चाहते है, तो चना दाल खाएं क्योंकि इसमें हर 100 ग्राम परोसने में 13 ग्राम प्रोटीन होता है।

यह शाकाहारी प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए चना दाल के फायदे अद्भुत है।

pH स्तर को बनाए रखती है-

फॉस्फोरस खनिज से भरपूर, चना दाल शरीर में एसिड को बेअसर करती है और पीएच स्तर को बनाए रखने में मदद करती है।

आयरन से भरपूर –

चना दाल में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से शरीर में आयरन की कमी दूर होती है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।

जो लोग खून की कमी (Anemia) से जूझ रहे है वो अपनी डाइट में चने की दाल को जरूरी शामिल करें।

फाइबर का समृद्ध स्रोत –

चना दाल में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शरीर को फाइबर की आवश्यकता होती है। ये फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करते है।

फाइबर से भरपूर होने की वजह से चने की दाल पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होती है साथ ही कब्ज को दूर करती है।

गर्भवती महिलाओं के लिए सुपरफूड-

चना दाल फोलिक एसिड का अच्छा स्रोत होने के कारण बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के जन्म दोषों को रोकने में मदद करती है।

साथ ही फोलिक एसिड लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो बच्चे के समग्र विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड की खुराक के साथ फोलिक एसिड के समृद्ध स्रोत लें।

चना दाल का उपयोग (Chana Dal Uses) –

चना दाल को पकाने से पहले भिगो लेना चाहिए. इससे दाल जल्दी पकती है।

चने की दाल को पीस कर ही बेसन बनता है। बेसन से कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन (dishes) बना सकते है जैसे – लड्डू, पकोड़े, चीला, हलवा आदि।

गुजरात में चना दाल का उपयोग बहुत अधिक होता है। वहां के लोग चने की दाल से ढोकला, हांडवा, फाफडा आदि बहुत से व्यंजन बनाते है।

चना दाल का उपयोग कर बनाएं जाने वाले 10 लोकप्रिय व्यंजन (dishes) –

  • पालक चना दाल

  • चना दाल पराठा

  • चना दाल वड़ा

  • चना दाल पैनकेक

  • मिक्स्ड स्प्राउट्स और चना दाल
    टिक्की

  • खीरा चना दाल

  • पूरन पोली

  • चना दाल हलवा

  • चना दाल चीला

  • चना दाल कटलेट

चना दाल को कैसे रखें  –

  1. चने की दाल को साफ और सूखे डिब्बे में रखें. ध्यान रखे को डिब्बे में नमी ना हो।
  2. सूखी दालों को हमेशा प्रकाश और गर्मी से दूर एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करना चाहिए।
  3. पकी हुई दालों को रेफ्रिजरेटर या फ्रीजर में एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।

चना दाल बनाने एवं खाने का तरीका

चने की दाल को कई तरीकों से बनाया जाता है। जैसे – घीया चना दाल, चना दाल फ्राई, Bengali style chana dal आदि।

Chana dal Benefits in hindi

चने की दाल बनाने की विधि (recipe) –

  • सबसे पहले 100 ग्राम चना दाल लें और उसे अच्छी तरह से साफ कर लें।

  • इसे कुछ 2 घंटे के लिए पानी में भिगो कर छोड़ दे।

  • इसके बाद दाल का पानी छान ले।

  • अब कुकर में घी/तेल डालें जब यह गर्म हो जाए तो जीरा, करी पत्ता और बाकी मसाले जैसे की हल्दी, धनिया, लाल मिर्च, बारीक़ कटी हुई हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट (स्वाद अनुसार) आदि डालकर अच्छे से भुन लें।

  • जब मसाले भुन जाए तब उसमे टमाटर का पेस्ट डाल दे और अच्छे से भूने। अब इसमें भीगी हुई चने की दाल डाल दें।

  • इसके बाद कुकर मे 2 कप पानी डालकर, सारे मिश्रण को अच्छे से मिलाए। अब कुकर का ढक्कन बंद कर दें।

  • एक सीटी आने का इंतज़ार करे। जब सीटी आ जाएं तो प्रेशर निकलने का इंतज़ार करे।

  • अब चना दाल को बर्तन मे निकाल लें उस पर धनिया की बारीक कटी हुई पत्तियां डाले और गरम गरम परोसे।


FAQ about Chana Dal Ke Fayde


चने की दाल में कितना प्रोटीन होता है?

100 ग्राम चने की दाल में लगभग 13 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है।

चने की दाल में कौन कौन से विटामिन पाए जाते है?

चने की दाल में विटामिन B1, विटामिन B5, विटामिन K पाया जाता है।

चने की दाल की तासीर गर्म होती है या ठंडी?

चने की दाल की तासीर ठंडी होती है।

चना दाल के नुकसान क्या है?

चने की दाल से गैस की परेशानी होती है।

चने की दाल कब खानी चाहिए?

चने की दाल खाने का सबसे अच्छा समय दोपहर का है क्याेंकि रात में चना दाल खाने से आपको कब्ज की समस्या हो सकती है।

चना दाल का उपयोग क्या है?

चना दाल का उपयोग करके लड्डू, पकोड़े, चीला, हलवा, कटलेट आदि बना सकते है।

चने की दाल के क्या फायदे है?


1. दिल को स्वस्थ्य रखती है
2. ब्लड शुगर कंट्रोल होता है
3. कोलेस्ट्रॉल के स्तर कम करें
4. इम्युनिटी बढ़ाए
5. मोटापा कम करने में सहायक
6. प्रोटीन से भरपूर
7. हड्डियों के लिए फायदेमंद

चने की दाल खाने से गैस बनती है क्या?

चने की दाल खाने से गैस बनने की समस्या हो सकती है।

Conclusion

दोस्तों, आज अपने जाना कि चने की दाल हमारे सेहत के लिए कितनी फायदेमंद होती है। इस लेख के माध्यम से हमने आपको चने की दाल के फायदे, लाभ, उपयोग और अन्य जानकारियां दी।

यह आर्टिकल Chana dal ke fayde आपको कैसा लगा comment करके जरूर बताएं।

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