Benefits of ashwagandha and shilajit in hindi…
Ashwagandha shilajit ke fayde
1. दिमाग को करे तेज
अश्वगंधा और शिलाजीत का एक साथ सेवन करना हमारे मस्तिष्क कार्य प्रणाली के लिए बहुत लाभकारी होता हैं।
शिलाजीत में फुल्विक एसिड पाया जाता है। यह एसिड दिमाग की कार्यक्षमता में बढ़ोत्तरी करता है और मेमोरी पॉवर को भी बूस्ट करता है।
साथ ही अश्वगंधा भी मस्तिष्क के लिए अच्छा माना जाता हैं। इसमें एंटी – अल्जाइमर गुण होते हैं जो अल्जाइमर जैसी बीमारी के खतरे को कम करता हैं
2. रोग प्रतिरोधक शक्ति में बढ़वा
अश्वगंधा में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव होता है, जो इम्यून पावर को शरीर की जरूरत के अनुसार बदल सकता है। साथ ही यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर कर सकता है
सिर्फ अश्वगंधा में ही नहीं, बल्कि शिलाजीत में भी इम्यून सिस्टम को बेहतर करने का गुण मौजूद है।
ऐसे में बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए शिलाजीत और अश्वगंधा का सेवन प्रभावकारी हो सकता है।
3. मोटापे को कम करने में सहायक
अश्वगंधा और शिलाजीत का एक साथ सेवन करना मोटापे को कम करने में सहायक होता हैं। यह मेटाबॉलिज़म को बूस्ट करता है साथ ही पेट की चर्बी को कम करने भी प्रभावी हैं। इसके सेवन से आप अपने बढ़ते हुए वजन को कम कर सकते हैं।
4. यौन स्वास्थ्य के लिए बेहतर
अश्वगंधा और शिलाजीत का एक साथ सेवन यौन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता हैं। दरअसल शिलाजीत में टेस्टोस्टोरोंस हार्मोन को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है।
अश्वगंधा और शिलाजीत में शक्तिवर्धक गुण पाए जाते हैं जिससे पुरुषों कि यौन शक्ति में वृद्धि होती हैं।
साथ ही अश्वगंधा और शिलाजीत के सेवन से यौन संबंधी समस्याओं से छुटकारा भी मिलता हैं।
5. दूध के साथ पीने से बढ़ेगा स्पर्म काउंट
शिलाजीत और अश्वगंधा के पाउडर को अगर आप दूध में मिलाकर पीते हैं तो इससे स्पर्म काउंट में बड़ी तेजी से बढ़ोत्तरी होती हैं।
6. एंटी-एजिंग के रूप में
लंबे समय तक जवां दिखने के लिए भी अश्वगंधा और शिलाजीत काफी फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से यह एक एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है। जिसके कारण बढ़ती हुई उम्र के कई सारे असर को निष्क्रिय कर देता है
7. यूरिन संक्रमण को दूर करने में कारगर
अश्वगंधा और शिलाजीत का सेवन करने से यूरिन संबंधी संक्रमण के खतरे से बचाव करने में मदद मिलती हैं।
अश्वगंधा और शिलाजीत में एंटी – बैक्टिरियल और एंटी – वायरल गुण पाए जाते हैं जिससे यूरिन (मूत्र) संबंधी संक्रमण को दूर करने में मदद मिलती हैं।
8. हृदय संबंधी रोगों से बचाव
अश्वगंधा और शिलाजीत का सेवन करने से हृदय संबंधी रोगों से बचा जा सकता हैं। अश्वगंधा में Cardioprotactive गुण पाए जाते हैं जिसके प्रभाव से हृदय संबंधी रोगों के खतरे को कम करने में मदद होती है
इसमें anti – oxidant और hypolipidemic प्रभाव भी होते है जिससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल (Colesterol) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती हैं संतुलित कोलेस्ट्रॉल स्तर हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता हैं।
अश्वगंधा और शिलाजीत के नुकसान ( side – effects of aswagandha and shilajit)
अति किसी भी चीज की अच्छी नहीं होती अश्वगंधा और शिलाजीत को उचित मात्रा में लेना हमारे शरीर को कई लाभ पहुंचाता हैं परन्तु इनका अधिक मात्रा में सेवन करना स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता हैं।
1. ब्लड प्रेशर (बीपी) से ग्रस्त लोगों को अश्वगंधा का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए, जिनका बीपी लो होता है उन्हें इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
2. इसका अधिक सावन करना पेट के लिए नुकसानदायक हो सकता हैं इससे डायरिया, उल्टी, जी मचलना जैसे समस्या हो सकती हैं।
3. शिलाजीत शरीर का तापमान बढ़ाता हैं यानी शरीर में गर्मी बढ़ती हैं। इसके ज्यादा सेवन से हाथ पैर और पेट में भारीपन महसूस होने लगता हैं।
4. हाथों और पैरों के तलवों में अधिक जलन और गर्मी मेहसूस होना भी शिलाजीत के अधिक मात्रा में सावन के कारण होता हैं।
5. अत्यधिक युरिनेशन – बार बार पेशाब करने की इच्छा भी शिलाजीत के अधिक सेवन का नुकसान हैं।
6. गर्भवती महिलाएं अश्वगंधा और शिलाजीत का सावन डॉक्टर की सलाह लेकर करें वरना इसका नुकसान भी हो सकता हैं।